POETRY IN HINDI :- कविताओं का संकलन।
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विश्व बंधुत्व - हिंदी कविता / Vishwa bandhutwa - HINDI poem
अम्बेडकरनगर ,उत्तरप्रदेश से रचनाकार -रामबृक्ष बहादुरपुरी की कविता:-
विश्व बंधुत्व
चले हाथों में हाथ , लेके बताने
बंधुत्व भावना को , सबमें जगाने
बांटते हो क्यों आपसी, प्यार को
चाहते हो क्यों छुपाना , हार को
सत्य के पथ पर चलें हम,एक हो
बंधु सम रिस्तें सभी के , नेक हो,
कामना बंधुत्व का, मन में सजाने
बंधुत्व भावना को , सबमें जगाने।
सारी सृष्टि ही बनी जब, एक है
फिर क्यों, हिन्दू कोई क्यों, शेख है
है अलग गर धर्म भी तो ,क्या हुआ
मानव से और बड़ा भी , क्या हुआ
जाति धर्म रंग भेद, आओ मिटाने,
बंधुत्व भावना को , सबमें जगाने।
सबको अपना कह, धरती, पुकारे
फिर हम, क्यों न समझते हैं ,इशारे
एक ही पानी , हवा भी , है यहां
है तनिक ना भेद आपस, में जहां
लोक मंगल कामना, मिलकर मनाने
बंधुत्व भावना को , सबमें जगाने।
गैरों का गर हित , सोंचे, यहां पर
प्रेम को प्रीति से , सींचें, यहां पर
विश्व कुटुम्ब है हमारा , आज भी
हम रहें मिलकर हमें हो ,नाज भी
गुनगुनाएं प्यार से, मिलकर तराने
बंधुत्व भावना को , सबमें जगाने।
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रचनाकार -
रामबृक्ष बहादुरपुरी
(अम्बेडकरनगर ,यू पी )
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3-भारत माता अभिनंदन संगठन जिला अम्बेडकरनगर इकाई साहित्यिक मंच का अध्यक्ष।
4-हाल ही में, अंतरराष्ट्रीय कबीर कोहिनूर अवार्ड २०२३ (दिल्ली में सम्मानित) से सम्मानित किए गए।
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Tara kumari
मैंने इस ब्लॉग / पत्रिका में हमारे आसपास घटित होने वाली कई घटनाक्रमों को चाहे उसमें ख़ुशी हो, दुख हो, उदासी हो, या हमें उत्साहित करतीं हों, दिल को छु लेने वाली उन घटनाओं को अपने शब्दों में पिरोया है. कुछ को कविताओं का रूप दिया है, तो कुछ को लघुकथाओं का | इसके साथ ही विविध-अभिव्यक्ति के अंतर्गत लेख,कहानियों,संस्मरण आदि को भी स्थान दिया है। यदि आप भी अपनी रचनाओं के द्वारा ' poetry in hindi' कविताओं के संकलन का हिस्सा बनना चाहते हैं या इच्छुक हैं तो आप सादर आमंत्रित हैं। (रचनाएं - कविता,लघुकथा,लेख,संस्मरण आदि किसी भी रूप में हो सकती हैं।) इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए पेज about us या contact us पर जाएं।
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