POETRY IN HINDI :- कविताओं का संकलन। Guest post :- यदि होता नभ का पंछी मैं - हिंदी कविता / Yadi hota nabh ka panchhi mai- Hindi poem अम्...
POETRY IN HINDI :- कविताओं का संकलन।
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यदि होता नभ का पंछी मैं - हिंदी कविता / Yadi hota nabh ka panchhi mai- Hindi poem
अम्बेडकरनगर ,उत्तरप्रदेश से रचनाकार -रामबृक्ष बहादुरपुरी की कविता:-
यदि होता नभ का पंछी मैं
यदि होता नभ का पंछी मैं
दूर गगन उड़ जाता,
नन्हें नन्हें उड़-पंखों से
गगन घूम कर आता।
फुदक फुदक कर खुशियों मन से
चीं- चीं चूं- चूं गाता
ऊपर नीचे कभी झुण्ड में
उड़ता ही रह जाता।
कोई आता मुझे पकड़ने
मुझे पकड़ ना पाता
नीले पीले लाल सुनहरे
बादल में छिप जाता।
न चिड़ियाघर न कोई सरकस
कैद कौन कर पाता
अपने मन का उड़ता फिरता
नहीं पकड़ मैं आता।
एक बात मैं समझ न पाऊं
समझ समझ रह जाता
छोड़ धरा कैसे रह पाऊं
धक धक दिल घबड़ाता।
कहां? बनाता घर अपना मैं
कैसे !भूख मिटाता ,
किस आंगन में दाना चुगता
रैना कहां बिताता।
खट्टे मीठे प्यारे प्यारे
कहां वहां फल पाता,
किस तरु के डालों पर अपने
सुंदर नीड़ बनाता।
एक बात आ गया समझ में
बनकर नभ का पंछी
कभी धरा पर कभी गगन में
बजती मन की बंशी।
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रचनाकार -
रामबृक्ष बहादुरपुरी
(अम्बेडकरनगर ,यू पी )
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