POETRY IN HINDI :- कविताओं का संकलन।
(Hindi poem - pustak/kitab / हिंदी कविता - पुस्तक/ किताब)
अम्बेडकरनगर ,उत्तरप्रदेश से रचनाकार -रामबृक्ष बहादुरपुरी की कविता:-
पुस्तक
गिरने मत दो
झुकने मत दो
गिरे अगर तो
उसे उठा लो,
मुड़ने मत दो
फटने मत दो
मुड़े अगर तो
उसे सधा लो,
भीग भीग कर
गल न जाए
जल वर्षा से
उसे बचा लो,
कट ना जाए
फट ना जाए
जोड़ जोड़ कर
उसे सजा लो,
यही भूत है
यह भविष्य है
वर्तमान भी
इसे बना लो ,
शब्द रूप में
भाव छिपे हैं
अंतर्मन में
इसे बसा लो,
अक्षर अक्षर
सुधा बूंद है
पीकर इसको
प्यास बुझा लो,
पन्ना पन्ना
ज्ञान भरा है
अगर सको तो
यह अपना लो,
पंक्ति पंक्ति है
जीवन रेखा
इस जीवन का
खूब मजा लो,
सात स्वरों का
सरगम इसमें
मिल संगत में
इसे बजा लो,
साथी संगी
मित्र यही है
इसे प्यार से
गले लगा लो,
जीना हमको
यही सिखाते
इसे प्रेम से
शीश झुका लो,
कवि की सुन लो
मन में गुन लो
एक एक को
इसे बता दो।
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रचनाकार -
रामबृक्ष बहादुरपुरी
(अम्बेडकरनगर ,यू पी )
विविध अभिव्यक्ति ( कहानी ,लेख आदि):-

Tara kumari
मैंने इस ब्लॉग / पत्रिका में हमारे आसपास घटित होने वाली कई घटनाक्रमों को चाहे उसमें ख़ुशी हो, दुख हो, उदासी हो, या हमें उत्साहित करतीं हों, दिल को छु लेने वाली उन घटनाओं को अपने शब्दों में पिरोया है. कुछ को कविताओं का रूप दिया है, तो कुछ को लघुकथाओं का | इसके साथ ही विविध-अभिव्यक्ति के अंतर्गत लेख,कहानियों,संस्मरण आदि को भी स्थान दिया है। यदि आप भी अपनी रचनाओं के द्वारा ' poetry in hindi' कविताओं के संकलन का हिस्सा बनना चाहते हैं या इच्छुक हैं तो आप सादर आमंत्रित हैं। (रचनाएं - कविता,लघुकथा,लेख,संस्मरण आदि किसी भी रूप में हो सकती हैं।) इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए पेज about us या contact us पर जाएं।
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