मन को अच्छा लगता है Man ko achcha lagta hai - a hindi poem

 

POETRY IN HINDI  :- कविताओं का संकलन।

Guest post :-
Poetry in hindi

(सिंहनीवाला)देहरादून, उत्तराखंड से रचनाकार - सुखदेव प्रसाद गौड़ की कविता :-


मन को अच्छा लगता है।

चिडियों की चहचहाहट,
पेड़ों की सरसराहट, और 
किसी के आने की आहट,
मन को अच्छा लगता है।

भौरों का गुनगुनाना,
मधुमक्खियों का  भिनभिनाना,
और फूलों का खिलखिलाना,
मन को अच्छा लगता है।

ऋतुओं की मधुरता,
व्यवहार की सहजता,
और प्रकृति की सुंदरता,
मन को अच्छा लगता है।

बसंत ऋतु का मौसम,
नदियों का संगम,
और विचारों का उत्तम,
मन को अच्छा लगता है।

इंद्रधनुष का बनना,
ग्रीष्म ऋतु की बारिश में नहाना,
और मेहमान का घर में आना,
मन को अच्छा लगता है।
:- रचनाकार - 
सुखदेव प्रसाद गौड़
मो. नं. -7085701565

कैसी लगी आपको यह कविता ? जरूर बताएं। यदि पसंद आए या कोई सुझाव हो तो कमेंट में लिखे। आपके सुझाव का हार्दिक स्वागत है।

More poems you may like written by  सुखदेव प्रसाद गौड़ :-




Quotes on life and love:-
(कोट्स ऑन लाइफ एंड लव)


मैंने इस ब्लॉग / पत्रिका में हमारे आसपास घटित होने वाली कई घटनाक्रमों को चाहे उसमें ख़ुशी हो, दुख हो, उदासी हो, या हमें उत्साहित करतीं हों, दिल को छु लेने वाली उन घटनाओं को अपने शब्दों में पिरोया है. कुछ को कविताओं का रूप दिया है, तो कुछ को लघुकथाओं का | इसके साथ ही विविध-अभिव्यक्ति के अंतर्गत लेख,कहानियों,संस्मरण आदि को भी स्थान दिया है। यदि आप भी अपनी रचनाओं के द्वारा ' poetry in hindi' कविताओं के संकलन का हिस्सा बनना चाहते हैं या इच्छुक हैं तो आप सादर आमंत्रित हैं। (रचनाएं - कविता,लघुकथा,लेख,संस्मरण आदि किसी भी रूप में हो सकती हैं।) इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए पेज about us या contact us पर जाएं।

hope
March 24, 2024
0

Comments

Search

Theme images by Michael Elkan