चांद से गुफ्तगू Chaand se guftagu - Hindi short poem

POETRY IN HINDI  :- कविताओं का संकलन।

( Short-Hindi poem)

Guest post :-

चांद से गुफ्तगू - हिंदी शॉर्ट/ छोटी कविता।Chaand se guftagu - Hindi short poem.


Chaand se guftgu

हरियाणा (चरखी दादरी) से विनोद शर्मा की कविता:-

चांद से गुफ्तगू..


मैं चांद से

गुफ्तगू रोज करता हूँ,

उससे तेरी बातें रोज करता हूँ।

तू दीदार को आता नहीं,

मगर मैं छत पर तेरा इंतजार

रोज करता हूँ।

मैं चांद से.......... 

गुफ्तगू रोज करता हूँ।


तेरे सुर्ख लबों का

जिक्र रोज करता हूँ,

तेरे तबस्सुम की

फिक्र रोज करता हूँ,

तेरी तस्वीर सिरहाने रख कर सोता हूँ,

तेरे ख्वाब रोज देखता हूँ।

मैं चांद से....... 

गुफ्तगू रोज करता हूँ।


तेरे ख्यालों में गुम रहता हूँ,

तेरे सामने चुप रहता हूँ,

तूझे कितना चहाता हूँ

पूछ लो एक दफा चांद से

मैं बयां इससे अपना हाल ए दिल 

रोज करता हूँ।

मैं चांद से ......

गुफ्तगू रोज करता हूँ।।

~~~~~~

:-Vinod sharma

( Charkhi dadri, Haryana)

कैसी लगी आपको यह कविता ? जरूर बताएं। यदि पसंद आए या कोई सुझाव हो तो कमेंट में लिखे। आपके सुझाव का हार्दिक स्वागत है।

विविध अभिव्यक्ति ( कहानी ,लेख आदि):-



Short - stories you may like :-


मैंने इस ब्लॉग / पत्रिका में हमारे आसपास घटित होने वाली कई घटनाक्रमों को चाहे उसमें ख़ुशी हो, दुख हो, उदासी हो, या हमें उत्साहित करतीं हों, दिल को छु लेने वाली उन घटनाओं को अपने शब्दों में पिरोया है. कुछ को कविताओं का रूप दिया है, तो कुछ को लघुकथाओं का | इसके साथ ही विविध-अभिव्यक्ति के अंतर्गत लेख,कहानियों,संस्मरण आदि को भी स्थान दिया है। यदि आप भी अपनी रचनाओं के द्वारा ' poetry in hindi' कविताओं के संकलन का हिस्सा बनना चाहते हैं या इच्छुक हैं तो आप सादर आमंत्रित हैं। (रचनाएं - कविता,लघुकथा,लेख,संस्मरण आदि किसी भी रूप में हो सकती हैं।) इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए पेज about us या contact us पर जाएं।

Love poem
December 04, 2022
0

Comments

Search

Theme images by Michael Elkan