तमन्ना थी मेरी Tamanna thi meri - a Hindi poem


POETRY IN HINDI  :- कविताओं का संकलन।

( Short-Hindi poem)

(तमन्ना थी मेरी - हिंदी कविता/ Tamanna thi meri - Hindi poem)

Tamanna thi meri

तमन्ना थी मेरी

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तमन्ना थी मेरी खुल के जीने की

दिल में उनके घर कर जाने की

गलियारे से जब हौले से उनके

दिल के दरवाजे पर जब पहुंचे,

दिल के कमरे इतने तंग निकले

कि लोगों में सिर्फ जंग ही मिले

न सुकून की शाम मिली मुझे

न खुलकर सांस मिली मुझे

दिल में उनके बस, 

भीड़ ही भीड़ मिली मुझे।

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:- तारा कुमारी

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मैंने इस ब्लॉग / पत्रिका में हमारे आसपास घटित होने वाली कई घटनाक्रमों को चाहे उसमें ख़ुशी हो, दुख हो, उदासी हो, या हमें उत्साहित करतीं हों, दिल को छु लेने वाली उन घटनाओं को अपने शब्दों में पिरोया है. कुछ को कविताओं का रूप दिया है, तो कुछ को लघुकथाओं का | इसके साथ ही विविध-अभिव्यक्ति के अंतर्गत लेख,कहानियों,संस्मरण आदि को भी स्थान दिया है। यदि आप भी अपनी रचनाओं के द्वारा ' poetry in hindi' कविताओं के संकलन का हिस्सा बनना चाहते हैं या इच्छुक हैं तो आप सादर आमंत्रित हैं। (रचनाएं - कविता,लघुकथा,लेख,संस्मरण आदि किसी भी रूप में हो सकती हैं।) इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए पेज about us या contact us पर जाएं।

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May 20, 2023
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