POETRY IN HINDI :- कविताओं का संकलन।
( Short-Hindi poem)
क्यूं ऐसा होता है (हिंदी कविता) / kyun Aisa hota hai ( Hindi short poem)
क्यूं ऐसा होता है..
न मेरे लिए कोई सहानुभूति
न मेरे लिए कोई समानुभूति।
न कोई चिंता न परवाह
कुछ है तो बस लापरवाही।
फिर भी दिल मेरा उसे ढूंढता है
पल पल उसके लिए ही तड़पता है।
क्यूं ऐसा होता है,मन क्यों रोता है?
धीमे - धीमे सीने में क्यूं कुछ जलता है...।।
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Tara kumari
मैंने इस ब्लॉग / पत्रिका में हमारे आसपास घटित होने वाली कई घटनाक्रमों को चाहे उसमें ख़ुशी हो, दुख हो, उदासी हो, या हमें उत्साहित करतीं हों, दिल को छु लेने वाली उन घटनाओं को अपने शब्दों में पिरोया है. कुछ को कविताओं का रूप दिया है, तो कुछ को लघुकथाओं का | इसके साथ ही विविध-अभिव्यक्ति के अंतर्गत लेख,कहानियों,संस्मरण आदि को भी स्थान दिया है। यदि आप भी अपनी रचनाओं के द्वारा ' poetry in hindi' कविताओं के संकलन का हिस्सा बनना चाहते हैं या इच्छुक हैं तो आप सादर आमंत्रित हैं। (रचनाएं - कविता,लघुकथा,लेख,संस्मरण आदि किसी भी रूप में हो सकती हैं।) इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए पेज about us या contact us पर जाएं।
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