प्यार मोहब्बत इश्क़ pyaar mohabbat ishq - poem By Tara kumari January 27, 2021 प्यार, मोहब्बत,इश्क़ ( हिंदी कविता)/pyaar, mohabbat,ishq ( Hindi poem)प्यार,मोहब्बत,इश्क़ बड़े नादान हैं वोजो पूरी प्रेम कहानीकी ख्वाहिश रखते हैं। यहां तो..प्यार, मोहब्बत,इश्क़बेचारे एक-एक अक्षर खुद ही अधूरे फिरते हैं।(स्वरचित):- तारा कुमारी(कैसी लगी आपको यह कविता?जरूर बताएं। यदि पसंद आए या कोई सुझाव हो तो कमेंट में लिखे। आपके सुझाव का हार्दिक स्वागत है।)More poems you may like:-1)मत भूलना2)पढ़ लो3)अगर वो नहीं तो क्या हुआ4)क्या तुम भी ऐसे अपने गम छुपाते हो5)थोड़ा और की चाह Share Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps Labels Poem Share Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps Comments
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