अगर वो नहीं तो क्या हुआ( हिंदी कविता)/Agar wo nahin to kya huwa(Hindi Poem)
(सदियों से प्यार को अलग अलग तरह से देखा समझा और महसूस किया जाता रहा है। उन्हीं में से एक एहसास को शब्दों में अभिव्यक्त करती ये छोटी सी कविता प्रस्तुत है।)
अगर वो नहीं तो क्या हुआ..
तकदीर में हमारी
अगर वो नहीं तो क्या हुआ..
उनकी चाहतों में
हम बसते हैं।
उनके साथ चलना
मुमकिन नहीं तो क्या हुआ..
उनकी सांसों में
हम संग चलते हैं।
इश्क की ये भी
इक इंतेहां है दोस्तों..
उनकी हरेक यादों में
सिर्फ, हम महकते हैं।
(स्वरचित)
:- तारा कुमारी
(कैसी लगी आपको यह कविता?जरूर बताएं। यदि पसंद आए या कोई सुझाव हो तो कमेंट में लिखे। आपके सुझाव का हार्दिक स्वागत है।)
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Tara kumari
मैंने इस ब्लॉग / पत्रिका में हमारे आसपास घटित होने वाली कई घटनाक्रमों को चाहे उसमें ख़ुशी हो, दुख हो, उदासी हो, या हमें उत्साहित करतीं हों, दिल को छु लेने वाली उन घटनाओं को अपने शब्दों में पिरोया है. कुछ को कविताओं का रूप दिया है, तो कुछ को लघुकथाओं का | इसके साथ ही विविध-अभिव्यक्ति के अंतर्गत लेख,कहानियों,संस्मरण आदि को भी स्थान दिया है। यदि आप भी अपनी रचनाओं के द्वारा ' poetry in hindi' कविताओं के संकलन का हिस्सा बनना चाहते हैं या इच्छुक हैं तो आप सादर आमंत्रित हैं। (रचनाएं - कविता,लघुकथा,लेख,संस्मरण आदि किसी भी रूप में हो सकती हैं।) इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए पेज about us या contact us पर जाएं।
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January 24, 2021
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