उलझन (प्यार का पहला एहसास) - हिंदी कविता/ Uljhan (pyaar ka pahla ehsaas) Hindi poem - Poetry in hindi
उलझन (प्यार का पहला एहसास)
इक मीठी - सी कसक है दिल में,
जो दिल से छुपाई नहीं जाती..
इक उलझी - सी कहानी है दिल में,
जो दिल से बतायी नहीं जाती..
जाने क्या है, उनके दिल मे -
नेह या नफरत?
ऐ खुदा, तू ही बता
उलझन ये दिल से सुलझाई नहीं जाती!
ULJHAN (First feeling of love) A Hindi Poem
Ek mithi-si kasak hai dil mein,Jo dil se chhupayi nahi jati..
Ek uljhi-si kahani hai dil mein,
Jo dil se batayi nahi jati..
Jaane kya hai, unke dil mein -
neh ya nafrat?
Aye khuda, tu hi bata
Uljhan ye dil se suljhayi nahi jati !!
(My emotions my words - Tara kumari).
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Tara kumari
मैंने इस ब्लॉग / पत्रिका में हमारे आसपास घटित होने वाली कई घटनाक्रमों को चाहे उसमें ख़ुशी हो, दुख हो, उदासी हो, या हमें उत्साहित करतीं हों, दिल को छु लेने वाली उन घटनाओं को अपने शब्दों में पिरोया है. कुछ को कविताओं का रूप दिया है, तो कुछ को लघुकथाओं का | इसके साथ ही विविध-अभिव्यक्ति के अंतर्गत लेख,कहानियों,संस्मरण आदि को भी स्थान दिया है। यदि आप भी अपनी रचनाओं के द्वारा ' poetry in hindi' कविताओं के संकलन का हिस्सा बनना चाहते हैं या इच्छुक हैं तो आप सादर आमंत्रित हैं। (रचनाएं - कविता,लघुकथा,लेख,संस्मरण आदि किसी भी रूप में हो सकती हैं।) इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए पेज about us या contact us पर जाएं।
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Poem
July 19, 2014
2
Thanks for liking my post.:-)
ReplyDeleteVery Nice lines as deep as ocean
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