चाहत Chahat-A Hindi poem
चाहत Chahat - Hindi poem
कद्र करना उनकी दिल से
जो आपके गम में रोते हैं..
बहुत कम मिलते हैं ऐसे लोग
जो अपने दुःख में भी आपके दुःख को महसूस करते हैं।
यूँ तो हजार ख्वाहिशें होती उनके भी दिल में
पर ना कोई जिद ना कोई माँग..
आपकी एक हँसी की खातिर
छुपा लेते नम आँखों को हँस कर पल में ।
दिल ना दुखाना उनका
जो हर नाज़ व नखरों को उठाते हैं..
खुद रूठे हों तब भी वो
आपको रूठे देख मनाते हैं।
नादान सा है दिल उनका
ना तोड़ देना उनका दिल अपनी अना में..
जो अपनी बचपना छोड़ आपके लिए
मुस्कुरा कर बड़प्पन दिखा जाते हैं।
कद्र करना उनकी दिल से
जो आपके गम में रोते हैं..
बहुत कम मिलते हैं ऐसे लोग
जो अपने दुःख में भी आपके दुःख को महसूस करते हैं।
(स्वरचित)
: तारा कुमारी
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Tara kumari
मैंने इस ब्लॉग / पत्रिका में हमारे आसपास घटित होने वाली कई घटनाक्रमों को चाहे उसमें ख़ुशी हो, दुख हो, उदासी हो, या हमें उत्साहित करतीं हों, दिल को छु लेने वाली उन घटनाओं को अपने शब्दों में पिरोया है. कुछ को कविताओं का रूप दिया है, तो कुछ को लघुकथाओं का | इसके साथ ही विविध-अभिव्यक्ति के अंतर्गत लेख,कहानियों,संस्मरण आदि को भी स्थान दिया है। यदि आप भी अपनी रचनाओं के द्वारा ' poetry in hindi' कविताओं के संकलन का हिस्सा बनना चाहते हैं या इच्छुक हैं तो आप सादर आमंत्रित हैं। (रचनाएं - कविता,लघुकथा,लेख,संस्मरण आदि किसी भी रूप में हो सकती हैं।) इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए पेज about us या contact us पर जाएं।
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Poem
June 14, 2020
2
Wonderful... Keep it up ��
ReplyDeleteThank you.
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